हाल ही में अभिनेता जायद खान ने अपने करियर में आई गिरावट के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि मल्टीस्टारर फिल्मों ने उनके करियर को नुकसान पहुंचाया।
जूम को दिए एक इंटरव्यू में जायद ने कहा, “मैंने अपने स्टारडम को हल्के में लिया और उन लोगों की बात नहीं मानी जिन्होंने मुझे सिंगल हीरो फिल्मों में काम करने की सलाह दी थी। जब आप मार्केट में होते हैं, तो आपको यह साबित करना होता है कि आप अपने कंधों पर फिल्म को आगे बढ़ा सकते हैं।”
एक्टर ने आगे कहा, ‘जब कई एक्टर्स साथ होते हैं तो बजट को जस्टिफाई करने के लिए फिल्में बनाई जाती हैं। शायद मैंने बड़ी बजट की फिल्मों में जल्द ही कदम रख दिया। मुझे पहले अपना ब्रांड बनाना चाहिए था। मुझे इसका अफसोस है। कुछ फिल्में हिट नहीं हुईं। ‘ब्लू’ जैसी फिल्म कौन साइन नहीं करेगा?’
आपको बता दें, जायद खान ने फिल्म ‘चुरा लिया है तुमने’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। फिल्म में उनके साथ ईशा देओल थीं। लेकिन उन्हें असली पहचान फराह खान की फिल्म ‘मैं हूं ना’ से मिली, जिसमें शाहरुख खान मुख्य भूमिका में थे।
‘मैं हूं ना’ की सफलता के बाद जायद ने ‘ब्लू’, ‘फाइट क्लब’, ‘दस’ जैसी कई मल्टीस्टारर फिल्मों में काम किया, लेकिन ये फिल्में उनके करियर को आगे नहीं बढ़ा सकीं।
जायद ने माना कि उनके पिता और अभिनेता संजय खान उनकी फिल्म चॉइस से सहमत नहीं थे। उन्होंने कहा, ‘वह मुझसे बहुत नाराज थे। हम कई बार इस बात को लेकर बहस भी करते थे।’ अभिनेता ने कहा कि उन्होंने फिल्मों से खुद को इसलिए दूर कर लिया क्योंकि उन्हें ‘सहायक भूमिकाएं’ मिल रही थीं, जो वह नहीं करना चाहते थे।
जायद खान की आखिरी फिल्म ‘शराफत गई तेल लेने’ थी। यह 2015 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई थी। लेकिन यह फिल्म भी फ्लॉप रही।