अभिनेत्री रश्मि देसाई ने हाल ही में पारस छाबड़ा के पॉडकास्ट में अपनी वित्तीय परेशानियों के बारे में बात की। उन्होंने सड़क पर 4 दिन बिताने और आत्महत्या के विचार आने पर भी चर्चा की।
मुझ पर करोड़ों का कर्ज था
रश्मि ने बताया कि वह एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनकी मां ने उन्हें और उनके भाई को पालने के लिए बहुत मेहनत की। उन्होंने कहा, ‘मेरी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए। 2017 में मेरे परिवार में झगड़े चल रहे थे। पैसों के मामले में मैं बहुत कमजोर थी। मेरी आमदनी जीरो थी। मुझ पर करोड़ों का कर्ज था।’
मैं नहीं जानता कि पैसे का सही उपयोग कैसे किया जाए
वहीं रश्मि को शो ‘दिल से दिल तक’ मिला. इस शो के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘शो का सफर दिलचस्प रहा. मुझे अच्छे पैसे मिले जिससे मैंने अपना भविष्य सुरक्षित किया. लेकिन भविष्य सुरक्षित करना ही सबकुछ नहीं है. मुझे नहीं पता था कि पैसों का सही इस्तेमाल कैसे किया जाए. मुझे जो भी पैसे मिले, मैं बस इतना जानती थी कि मुझे अपने कर्ज और लोन चुकाने हैं. लेकिन भविष्य बनाने के लिए प्लान ए, प्लान बी जैसे कदम उठाने पड़ते हैं, ये मुझे नहीं पता था.’
एक्ट्रेस ने आगे बताया कि उनकी मां एक साधारण सरकारी शिक्षिका थीं। उन्हें जो भी ज्ञान था, उसी से उन्होंने काम चलाया। लेकिन जब रश्मि मुश्किल दौर से गुजर रही थीं, तो वह और उनका भाई भी परेशान थे। उनका ध्यान सिर्फ काम करने, पैसे कमाने और भविष्य को सुरक्षित करने पर था। उन्होंने एक घर भी खरीदा। इसी भागदौड़ में वह बीमार पड़ गईं। यही वह समय था जब उन्होंने ‘बिग बॉस’ करने का फैसला किया।
‘बिग बॉस 13’ करने का फैसला
रश्मि ने कहा, ‘मेरे पास कोई विकल्प नहीं था। मुझे लगा कि मैं ‘बिग बॉस’ कर लूंगी, पैसे मिल जाएंगे। फिर घर बैठ जाऊंगी।’ उन्होंने बताया कि वह सीजन की सबसे ज्यादा फीस लेने वाली कंटेस्टेंट थीं। ‘मैं रिक्शा वालों की तरह बीस रुपये का खाना खाती थी।
रश्मि ने कर्ज और शो बंद होने की मुश्किलों के बारे में भी बात की। उन दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं 4 दिन में सड़क पर आ गई थी। मेरे पास ऑडी ए6 थी जिसमें मैं सोती थी। मेरे मैनेजर के पास मेरे घर का सारा सामान था। मैं अपने परिवार से अलग हो गई थी।’
उन्होंने बताया कि वह रिक्शा वालों की तरह बीस रुपये का खाना खाती थीं। इन चार दिनों में उन्हें एहसास हुआ कि उन्होंने कभी खुद को प्राथमिकता नहीं दी। इस दौरान उन्हें जिंदगी के कई सबक मिले।
ये कैसी जिंदगी है? इससे तो मर जाना ही अच्छा है
वह तलाकशुदा थी। उसके दोस्त उसे नहीं समझते थे। उसके परिवार ने कभी उसके फैसलों का समर्थन नहीं किया। उसने बताया कि उसे एक करीबी सहयोगी के माध्यम से ‘दिल से दिल तक’ मिला। रश्मि ने आगे कहा, ‘फिर मैंने अपना कर्ज पूरा किया। कई शो किए। मैं सोती नहीं थी। मैं अंदर से तनाव से भरी थी लेकिन बाहर कुछ नहीं दिखाती थी। मैं सोचती थी, ये क्या जिंदगी है? इससे तो मर जाना ही अच्छा है।’
‘बिग बॉस 13’ और ‘दिल से दिल तक’ के अलावा रश्मि देसाई ने और भी कई अहम शोज किए हैं। इनमें ‘उतरन’ और ‘खतरों के खिलाड़ी 6’ शामिल हैं।